लंदन. वैज्ञानिकों का
दावा है कि भौतिक विज्ञानी एल्बर्ट आइंस्टीन के मस्तिष्क का आकार औसत
ही था लेकिन उसमें बड़ी संख्या में ऐसे मोड़ (फोल्ड) थे जिससे इस
वैज्ञानिक को ‘असाधारण तरीके से’ सोचने की क्षमता हासिल हुई
होगी।
नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक का मस्तिष्क 240 भागों में बंटा था
और 1955 में उनके निधन के बाद इन्हें शोधकर्ताओं में बांटा गया।
ज्यादातर नमूने खो गए और शरीर के इस भाग की संरचना के बारे में बहुत
कम लिखा गया। ‘द टेलीग्राफ’ की खबर के अनुसार वैज्ञानिकों ने आइंस्टीन
के मस्तिष्क की तस्वीरों का उपयोग किया।
पैथोलाजिस्ट थामस हार्वे के निजी संग्रह से ली गई तस्वीरों ने आइंस्टीन के मस्तिष्क के बारे में कई विशेष जानकारियां दीं। इससे पता चला कि 85 अन्य मस्तिष्कों की तुलना में आइंस्टीन के मस्तिष्क का आकार सामान्य था और इसका वजन 1230 ग्राम था। इसके कुछ भागों में ज्यादा संख्या में मोड़ (फोल्ड एंड ग्रूव्स) हैं